सुंदर जीवन

छात्रों की डिप्लोमा फिल्म 'सुंदर जीवन' से स्थिर चित्र
सुंदर जीवन
यह एक लेखक की कहानी है जो कोलकाता में रहता था। वह विवाहित था। एक दिन उसकी पत्नी उसे छोड़ देती है। अब वह लेखक के अवरोध से पीड़ित है, कुछ भी लिख पाने में असमर्थ है। वह शहर से दूर, एक पुरानी हवेली में, एक बुजुर्ग महिला… एक विधवा के साथ रहता है। कोयल की निरंतर मिलन कॉल्स उसे परेशान करती हैं। वह इसके स्वर की मिठास सहन नहीं कर सकता। एक ऐसे ही दोपहर को, एक पुराना दोस्त शांति उसे खोजने आता है। शांति एक प्रकार के आदर्श प्रेम की कहानी सुनाता है जो उसने एक युवा युगल के बीच देखा था, जिन्हें वे जानते थे। इस चर्चा के दौरान खुलासा होता है कि शांति ने अपनी पत्नी को ठीक एक दिन पहले खो दिया है। शांति ने उसके अंतिम संस्कार में जाने की परवाह नहीं की। क्या वह दुखी है? सुंदर जीवन सुंदरता की खट्टी मिठास है।
  • फिल्म का नाम: सुंदर जीवन
  • फिल्म की अवधि: 37:00 min
  • फिल्म की भाषा: बंगाली
  • बैच: 1997-2000
  • कोर्स: सिनेमा में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा
  • प्राप्त पुरस्कार: राष्ट्रीय पुरस्कार (सर्वश्रेष्ठ लघु कथा)
  • फिल्म प्रारूप: फिल्म (35 मिमी)
  • फिल्म उत्पादन वर्ष: 2000
  • प्रोडक्शन क्रेडिट्स:

    निर्देशक: संदीप चटर्जी

    कैमरा: मृण्मय नंदी

    संपादन: मलय लाहा

    ध्वनि: अरिजीत पाल