मीना झा

यह फिल्म दो लड़कियों के बारे में है। मीना और आयशा किशोरियाँ हैं जो एक कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ती हैं। वे एक साथ बड़े हुए हैं, भले ही उनके सपने, वास्तविकताएं और सामाजिक व्यवस्था एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं। इस असंभावित रिश्ते की पृष्ठभूमि कलकत्ता है। लड़की अपने जीवन के पहले वयस्क रिश्ते को निभाने के लिए संघर्ष करती है। आयशा आसानी से ऊब जाती है और लगातार उत्तेजना की तलाश में रहती है। वह सपनों की दुनिया में रहना पसंद करती है, यहां तक ​​कि बुरे सपनों में भी। मीना में, उसे एक ऐसा श्रोता मिलता है जो उसकी सभी कहानियों पर आँख मूँद कर विश्वास करता है, एक ऐसा श्रोता है जो सपने देखता है और उसकी कहानियों के माध्यम से जीता है। यह फिल्म साझा अनुभवों, यादों, सपनों और वास्तविकताओं का एक कोलाज है, जो एक अप्रत्याशित गैर-रेखीय संरचना द्वारा एक साथ रखी गई है।

  • Award: सर्वश्रेष्ठ डेब्यू फ़िल्म, 48वाँ राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार, 2001
  • Director: अंजलिका शर्मा
  • Camera: अमल नीरद सी.आर
  • Edit: बासुदेव चक्रवर्ती
  • Sound: महुआ मोइत्रा
  • Year: 2000
  • Language: हिंदी
  • Format: फिल्म (35मिमी)
  • Duration: 35:00 मिनट
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